वैदिक सभ्यता (Vedic Period)
प्राचीन भारत के इतिहास में वैदिक सभ्यता सबसे प्रारंभिक सभ्यता है। इसका नामकरण हिन्दुओं के प्रारम्भिक साहित्य वेदों के नाम पर किया गया है। वैदिक सभ्यता सरस्वती नदी के किनारे के क्षेत्र जिसमें आधुनिक भारत के पंजाब और हरियाणा राज्य आते हैं, में विकसित हुई। वैदिक हिन्दुओं का पर्यायवाची है, यह वेदों से निकले धार्मिक और आध्यात्मिक विचारों का दूसरा नाम है। इस अवधि के दो महान ग्रंथ रामायण और महाभारत थे। वैदिक सभ्यता का काल याकोबी एवं तिलक ने ग्रहादि सम्बन्धी उद्धरणों के आधार पर भारत में आर्यों का आगमन 4000 ई० पू० निर्धारित किया है । मैक्समूलर का अनुमान है कि ऋग्वेद काल 1 200 ई० पू० से 1000 ई० पू० तक है । मान्यतिथि – भारत में आर्यों का आगमन 1500 ई० पू० के लगभग हुआ । आर्यों का मूल स्थान आर्य किस प्रदेश के मूल निवासी थे, यह भारतीय इतिहास का एक विवादास्पद प्रश्न है। इस सम्बन्ध में विभिन्न विद्वानों द्वारा दिए गए मत संक्षेप में निम्नलिखित हैं। यूरोप 5 जातीय विशेषताओं के आधार पर पेनका , हर्ट आदि विद्वानों ने जर्मनी को आर्यों का